रेलवे में ग्रुप-सी व ग्रुप-डी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए ट्रोनिका सिटी पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने प्रेसवार्ता में बताया कि आरोपियों के कब्जे से रेलवे के फर्जी नियुक्ति-पत्र, आवेदन फार्म व मेडिकल रिपोर्ट बरामद हुई हैं। अभी तक गिरोह 300 से अधिक युवाओं से 32 करोड़ की ठगी कर चुका है। गिरोह का सरगना फरार है।
एसपी देहात ने बताया कि ट्रोनिका सिटी पुलिस ने विकार उल उर्फ विक्की निवासी जगदीश निवासी वजीराबाद दिल्ली व सचिन सक्सेना निवासी वेस्ट आजाद नगर दिल्ली को गिरफ्तार किया है। विकार मूलरूप से फिरोजाबाद के रामगढ़ का रहने वाला है। गिरोह का मास्टर माइंड नागपुर (महाराष्ट्र) निवासी हितेश है। विकाल उल की बहन नाजिया भी गिरोह से जुड़ी है। नाजिया व हितेश की तलाश में दबिश दी जा रही है। हितेश दिल्ली में गब्बर नाम से होटल चलाता है और विकार व सचिन उसी होटल में काम करते हैं। होटल की आड़ में हितेश ठगी का नेटवर्क चलाता है।
वेबसाइट व विज्ञापनों से देते थे नौकरी का झांसा
पुलिस के मुताबिक हितेश ने अपनी एक वेबसाइट बना रखी है, जिसके जरिये वह रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देता था। इसके अलावा वह दूर-दराज के राज्यों के स्थानीय अखबारों में विज्ञापन भी निकलवाता था। जो लोग संपर्क में आते थे, हितेश उन्हें खुद रेलवे के फर्जी आवेदन फार्म भेज देता था।